- अंतर मंत्रालय केंद्रीय टीम ने राज्य के आपदा प्रभावित क्षेत्रों का किया स्थलीय निरीक्षण
- यूएसडीएमए में अधिकारियों के साथ की बैठक
- उत्तरकाशी व चमोली के आपदा प्रभावित क्षेत्रों का किया दौरा
राज्य में अतिवृष्टि एवं भूस्खलन जैसी आपदाओं से प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण करने के लिए अंतर-मंत्रालय केंद्रीय टीम ने सोमवार को विभिन्न जनपदों का स्थलीय दौरा किया। टीम ने आपदा से उत्पन्न स्थिति का विस्तृत अवलोकन कर प्रभावित लोगों की समस्याओं, क्षति एवं आवश्यक राहत कार्यों का आकलन किया। निरीक्षण से पूर्व टीम ने सुबह यूएसडीएमए स्थित राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र पहुंचकर बैठक की। सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास श्री विनोद कुमार सुमन ने टीम को आपदा से हुई क्षति के बारे में एक प्रस्तुतीकरण दिया।
अंतर-मंत्रालय केंद्रीय टीम के एक दल ने सोमवार को उत्तरकाशी जनपद के धराली-हर्षिल के आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर स्थलीय निरीक्षण किया। टीम के सदस्य करीब 11 बजे आर्मी हैलीपेड हर्षिल पहुंचे। जिलाधिकारी श्री प्रशांत आर्य ने आपदा से परिसंपत्तियों को हुए नुकसान तथा जन हानि से सम्बंधित आंकड़ों की विस्तृत जानकारी दी गई। टीम द्वारा मुखबा, हर्षिल, धराली के आपदा प्रभावित इलाकों का स्थलीय निरीक्षण किया गया। उन्होंने धराली आपदा में प्रभावित क्षेत्र में कार्यरत स्थानीय अधिकारियों और प्रभावित लोगों से संवाद भी किया। स्थानीय लोगों ने टीम के समक्ष अपनी समस्याएं रखी तथा उनके निराकरण किए जाने का अनुरोध किया। आपदा प्रभावित लोगों ने उनके मकानों, होटलों, बगीचों, फसलों और व्यवसायों सहित विभिन्न परिसंपत्तियों को हुए नुकसान की जानकारी दी तथा टीम से पुनर्वास, रोजगार, पुनर्स्थापन और परिस्थिति क्षतिपूर्ति जल्द उपलब्ध कराने की मांग की। निरीक्षण के दौरान टीम ने बुनियादी ढांचे की क्षति, सड़कों, पुलों, सार्वजनिक भवनों, बिजली एवं जल आपूर्ति लाइनों को हुए नुकसान के आकलन के साथ साथ कृषि, फसलों, पशुधन और स्थानीय आजीविका के अन्य साधनों को हुए नुकसान का जायजा लिया।
आपदा से हुई क्षति का आकलन करने के उद्देश्य से भारत सरकार की अंतरमंत्रालयीय टीम सोमवार चमोली जनपद के थराली क्षेत्र के दौरे पर पहुंची। टीम द्वारा आपदा प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वे के साथ स्थलीय निरीक्षण कर आपदा से प्रभावित क्षेत्रों की स्थिति का बारीकी से अध्ययन किया। टीम ने सबसे पहले थराली के चेपड़ो, कोटडीप,इराड़ीबगड़, देवाल के मोपाटा और नंदानगर प्रभावित क्षेत्र का हवाई सर्वेक्षण किया और साथ ही सड़क मार्ग से भी क्षतिग्रस्त इलाकों का निरीक्षण किया।
क्षेत्र भ्रमण के दौरान टीम ने स्थानीय निवासियों बात भी की। उन्होंने पाया कि वर्षा एवं भूस्खलन से ग्रामीणों की आवागमन सुविधा गंभीर रूप से प्रभावित हुई है तथा कई गाँवों का संपर्क मुख्य मार्ग से पूरी तरह कट गया है। अनेक स्थानों पर मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं और कुछ परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर विस्थापित करना पड़ा है।
संयुक्त सचिव आर. प्रसन्ना के नेतृत्व में उत्तरकाशी गई टीम मंगलवार को रुद्रप्रयाग और पौड़ी-गढ़वाल में आपदा के कारण हुई क्षति का स्थलीय निरीक्षण करेगी। वहीं डॉ. वीरेन्द्र सिंह के नेतृत्व में चमोली गई टीम बागेश्वर तथा नैनीताल के आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेगी। सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास श्री विनोद कुमार सुमन ने बताया कि टीम मंगलवार शाम को देहरादून लौट आएगी। उन्होंने बताया कि यूएलएमएमसी के निदेशक डॉ. शांतनु सरकार तथा सलाहकार डॉ. मोहित पूनिया नोडल अधिकारी के तौर पर टीम के साथ गए हैं।
